poetry

बेटी हूँ

Rupali Bansode मैं बेटी हूँ… मेरी आई, रमाई और सावित्रीमाई की… बेटी हूँ बाबासाहेब और ज्योतिबा की, बेटी हूँ प्यारे आई–दादा की, आज जहाँ भी हूँ! …

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